समय बदल गया ,
लोग बदल गये ,
सोच बदल गयी ,
नही बदला तो ,
... मन - जो व्याकुल है,
भारत और इंडिया के जंजाल मे ,
इंडिया पाश्चात संस्कृति का अदभुत चेहरा है
जहाँ व्यबसाय और गुंडो का पहरा है ,
भारत मे जहाँ समाज है
उसकी लूट मे सब बर्बाद है
हमारा नववर्ष पतझड़ में नहीं
वसन्त ऋतु में आता है
इस बार स्वदेशी नववर्ष विक्रमी सम्वत- 2069 , अंग्रेजी केलेंडर के अनुसार 22 मार्च 2012 (वीरवार), गुरुवार शाम 07 :10 बजे शुरू हो रहा है और हम वसन्त ऋतु में अपना नववर्ष मनाएँगे !