गुरुवार, 11 जून 2009

पंगेबाज के पंगे से .....


पंगेबाज के पंगे से, हो गया तगड़ा पंगा जी.....
ब्लोग्गेर्स भिड गए आपस में, ऐसा हुआ फिर दंगा जी....

कैसा हुआ ये दंगा, चंहु और है यही नजारा ....
पहले पन्ने पर , किसी न किसी रूप में , इसने है पाँव पसारा ...

इसने पाँव पसारा ऐसा, कि, बड़े बड़े भी उखड गए...
वाघा बौर्डर खींच कर, कुछ इधर गए, कुछ उधर गए...

कुछ उधर गए , कुछ उजड़ गए,
पोस्ट हटाई, माफी माँगी , पंगेबाज जी घर गए....

पंगेबाज जी घर गए , छोड़ दिया मैदान...
ब्लोग्गरों ने सम्भाला मोर्चा, लड़ रहे घमासान...

लड़ रहे घमासान.,कि अभी तो ये आग लगी रहेगी...
किसी न किसी ब्लॉग पर , पोस्ट वो टंगी रहेगी...

पोस्ट वो टंगी रहेगी, होगा फिर शाश्त्रार्थ...
अदालतों से कौन ले पंगा, यही है भावार्थ.....

यही है भावार्थ बन्दे, सत्य समझ के मान.....
युद्ध चला जो और , हम बन संजय करेंगे बखान.......


भैया ये कविता ..उन सभी पंगों को हमारी श्रद्धांजलि है जो सब पंगई में लगे हैं..

गुरुवार, 4 जून 2009

युवा हुई संसद

इस बार जो जनादेश निकल कर सामने आया है उसने न सिर्फ खिचडी सरकार बनने की मजबूरी वाले हालातों से राजनितिक परिदृश्य को बाहर निकाला है बल्कि इस बार सबसे ज्यादा युवा सांसदों को अपने प्रतिनिधि के रूप में चुन कर देश के संचालन की जिम्मेदारी युवा कन्धों पर डाल दी है. ऐसे में जबकि देश की लगभग आधी आबादी युवाओं की श्रेणी में ही आती है तो ये तो स्वाभाविक है और बहुत सकारात्मक भी. एक तरफ जहाँ इन जीते हुए प्रतिनिधियों में अपनी नई सोच , नए विचार और अपनी नयी ऊर्जा के अनुरूप उत्साह और जोश देखने को मिलेगा, वहीँ चूँकि ये सब किसी न किसी राजनतिक घराने से सम्बंधित हैं इसलिए विरासत में मिला राजनितिक अनुभव भी उनकी कुशलता में इजाफा करेगा. जनता इस बार अपने इन युवा जनप्रतिनिधियों से कम से कम इस बात की उम्मीद तो लगा ही सकती है कि इस बार संसद सत्र में समय और पैसे की बर्बादी नहीं होगी..
इससे बढ़कर एक और अच्छी बात ये रही है कि इन नए सांसदों पर पूरा भरोसा जताते हुए इन्हें पहली बार में ही मंत्री पद का भार दे कर जहां जनता की भावना का सम्मान किया गया है वहीं काफी पहले से चली आ रही एक शिकायत , कि मंत्रीमंडल में उम्र के हिसाब से असंतुलन रहता है, भी थोड़ी दूर हो जायेगी..अब ये सांसदों का नया और युवा कुनबा भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में कितना प्रभावकारी साबित होगा ये तो वक्त ही बताएगा....मगर लोग ummeed तो nischit ही कर रहे हैं ......
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